विश्व के महानतम योद्धा महाराणा प्रताप जिसने अपनी कौम का ही नहीं हर उस स्वाभिमानी राष्ट्रभक्त का सर गर्व से ऊपर किया जिसे अपनी मातृभूमि और कर्मभूमि से अथाह प्रेम था l
अकबर जासी आप, दिल्ली पासी दूसरा,
पुनरासी प्रताप , सुजस न जासी सूरमा।
अकबर इस संसार से चला जाएगा, दिल्ली दूसरो को मिल जाएगी, परन्तु प्रताप तेरी वीरता का सुयश नहीं जाएगा, वह तो अमर रहेगा ।
रघुकुल भूषण राष्ट्रगौरव वीर शिरोमणि वीर अग्रणी मेवाड़धिपति एकलिंगजी दिवान श्री महाराणा प्रताप के जन्मदिवस की आप समस्त देश वासियों को हार्दिक शुभकामनायें ।
महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के वह राष्ट्रनायक थे जिन्होंने संघर्ष की राह में अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था l परन्तु पराधीनता कभी स्वीकार नहीं की। महाराणा प्रताप के एक इशारे पर जान न्यौछावर करने के लिए हर समाज और हर वर्ग के लोग हमेशा तैयार रहते थे। यदि महाराणा प्रताप आज की तरह सामाजिक संकीर्णताओं में फंसे होते तो उन्हें वह अभूतपूर्व जनसमर्थन कभी नहीं मिला होता।
महाराणा प्रताप अपनी मातृभूमि के मान, सम्मान और स्वाभिमान के साथ-साथ मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए लड़े थे।
ऐसे परम आदरणीय, प्रातःस्मरणीय महाराणा प्रताप की जयन्ती के अवसर पर उन्हें मेरा शत् शत् नमन !
सादर - भंवर सिंह जूसरी
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विषयगत टिपण्णी करने पर आपका बहुत बहुत आभार साधुवाद l
भवर सिंह राठौड