Thursday 7 May 2015

हिन्दू होने का मतलब कही यह तो नहीं !!

हिन्दू होने का मतलब कही यह तो नहीं !! एक कहानी जो आपको शायद हिन्दू होने का मतलब समझा सकती है !!!
 हास्य विनोद के साथ पढ़कर समझते जाए और इसकी सत्यता पर विचार जरुर करे !!
एक पण्डित जी दुबई में जॉब करते थे तथा चार साल से भारत नहीं जा सके थे l
एक दिन पण्डित ऑफिस में अपने सहकर्मियों को बाप बनने की ख़ुशी में मिठाई बांटने लगे l
एक सहकर्मी ने पूछा : "पण्डित आप चार साल से यहाँ और आपकी वाइफ मुंबई में, तो फिर आप बाप बने कैसे ???
पण्डित : "मेरे पडोसी बहोत ख्याल रखते हैं मेरी वाईफ का  " 
सहकर्मी : " क्या नाम सोचा है बच्चे का " 
पण्डित : " देखो वो बीवी से पूछकर सोचना पडेगा l
अगर सेकण्ड फ्लोर वाले पडोसी ने वाइफ की देखभाल की है तो बच्चे का नाम दुबे या द्विवेदी रखेंगे , लेकिन अगर तीसरे, चौथे या पांचवे फ्लोर वाले ने देखभाल की है तो उसी हिसाब से त्रिवेदी, चतुर्वेदी या पाण्डेय रखेंगे l "
सहकर्मी : " अगर सबने मिलकर ख्याल रखा है तो ??? "
पण्डित  : " तो मिश्रा रखेंगे "
सहकर्मी :" अगर भाभीजी ने शरमाकर नाम ना बताया तो ,???  "
पण्डित : " फिर तो जरुर शर्मा जी ने देखभाल की होगी , फिर तो बच्चे का नाम शर्मा होगा "
सहकर्मी : " अगर भाभी जी ने किसी का नाम नहीं बताया तो ???  "
पण्डित : " फिर तो गुप्ता होगा " 
सहकर्मी : " अगर भाभी जी को याद ना आया तो ??? " 
पण्डित : " फिर तो यादव का काम होगा , बच्चे का नाम यादव ही रख लेंगे "
सहकर्मी : "अगर किसी ने भाभी जी के साथ जबरदस्ती किया होगा तो ??? 
पण्डित : ऐसी नीच हरकतें सुशिल दोषी ही कर सकता है , बच्चे का नाम दोषी रखना पडेगा " " 
सहकर्मी : "अगर भाभी जी ने ही अपनी भूख मिटाने के लिए किसी मर्द को जोश दिलाया हो तो ??? " 
पण्डित : " तो बच्चे का नाम जोशी रख लेंगे " 
सहनशक्ति की पराकास्ठा पर अब सारे सहकर्मी एक साथ उठ खड़े हुए और जोरदार चिल्लाकर बोले
: "स्साले हरामी , कुत्ते की औलाद ... ,, भाभी को यहाँ बुला ,
ऑफिस के हम सब स्टाफ मिलकर देखभाल करेंगे और तू अपने और बच्चो का नाम देशपांडे रख लेना !!!!! "
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इस तरह शायद यह सब हिन्दुओ पर लागू है क्यों की इस तरह वे एक वर्ण के तो बचे ही नहीं थे !!
इस कदर से हिल मिल हुए की क्षेळ भेळ युक्त पैदाइसे ही पैदा होती गई , और उन्होंने मिलकर अपने आपको हिन्दू कहलवाना शुरू कर दिया था !!!
और फिर झूटे गर्व के साथ यह भी कहने लग गए की हां हम हिन्दू , हां हम हिन्दू है ओर हिन्दू की ओलाद है !!!
इसलिए हे क्षत्रियों अपने आप पर गर्व करो और स्वय को हमेशा क्षत्रिय ही कहलवाओ l
सादर भंवर सिंह जूसरी

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विषयगत टिपण्णी करने पर आपका बहुत बहुत आभार साधुवाद l
भवर सिंह राठौड